कॉल सेंटर की पुनर्जन्म गाथा: जब ग्राहक खुद ही फँस गया अपनी जाल में
कॉल सेंटर में काम करना, भाई साहब, एक अलग ही तपस्या है। यहाँ हर रोज़ नए-नए किरदार मिलते हैं—कभी कोई दो मिनट में काम करवाना चाहता है, तो कोई आधे घंटे तक अपनी ही कहानी सुनाता है। लेकिन जब कोई ग्राहक "गुरु" बनने की कोशिश करता है, तब असली मज़ा आता है। आज की कहानी भी एक ऐसे ही "महानुभाव" की है, जिसने कॉल सेंटर की लाइन में फँसकर खुद ही अपनी किस्मत को मात दे दी।