जब नए पड़ोसी ने दी रात भर की टेंशन, तो मिला ‘लाउडस्पीकर’ वाला जवाब!
कहते हैं, "न घर बदला है, न गली बदली है, बस पड़ोसी बदल गए हैं!" अगर आप भी कभी शांत मोहल्ले में रहते हुए अचानक किसी 'शोरगुल विशेषज्ञ' पड़ोसी के शिकार बने हों, तो आज की यह कहानी आपके चेहरे पर मुस्कान जरूर ले आएगी।
सोचिए, रात के 2 बजे जब पूरा मोहल्ला सपनों में खोया हो, तभी कोई पड़ोसी अपना बोरिया-बिस्तर समेटकर दीवारें बजाए, दरवाजे पटक-पटककर सबको जगा दे — ऐसा लगेगा जैसे आपकी नींद पर किसी ने डाका डाल दिया हो।