जब दफ्तर के नियमों ने बॉस को ही चूना लगा दिया: एक छोटी सी मेहरबानी, हज़ारों यूरो का झटका
हमारे देश में दफ्तर के नियम-कानून अक्सर सिर्फ नाम के लिए होते हैं। चाय-पानी से लेकर, प्रिंटर पर अपने बच्चों की प्रोजेक्ट निकालने तक, हर कोई थोड़ी-बहुत 'जुगाड़' करता ही है। पर सोचिए, अगर किसी दिन बॉस आप पर सख्ती कर दे और कह दे—"ऑफिस का सामान सिर्फ ऑफिस के काम के लिए!" तो फिर क्या होगा? आज की कहानी इसी मुद्दे पर है, जिसमें एक छोटा सा निजी काम, बॉस की कड़ाई और फिर नियमों का 'घातक' पालन, कंपनी को भारी पड़ गया।