जब काम का असली हीरो बोला – 'ना मुझे कॉल करो, ना मैं तुम्हें कॉल करूंगा!
ऑफिस की दुनिया भी किसी चाय-समोसे की टपरी से कम नहीं। यहाँ भी हर किसी का अपना जुगाड़ है, कोई काम निकलवाने का उस्ताद, तो कोई पीछे से अपना नाम चमकाने में माहिर। लेकिन जब असली मेहनती बंदे को तवज्जो न मिले, तब क्या होता है? आज की कहानी कुछ ऐसी ही है – जहां एक एक्सपर्ट कर्मचारी ने "मालिशियस कंप्लायंस" का ऐसा जवाब दिया कि पूरे ऑफिस का सिस्टम हिल गया!