होटल रिसेप्शन की अनकही कहानियाँ: रिव्यूज़, रिश्ते और रुसवाई का मजेदार खेल
होटल की रिसेप्शन पर हर दिन एक नई कहानी जन्म लेती है। वहाँ आने-जाने वाले मेहमान, उनकी उम्मीदें, उनकी शिकायतें और रिसेप्शन पर खड़े कर्मचारियों के बीच का वो रिश्ता – मानो कोई फिल्मी ड्रामा चल रहा हो! हमारे देश में भी रिसेप्शनिस्ट को “मुख्य द्वार का दरबान” ही समझा जाता है, और लोग अक्सर सोचते हैं कि सामने वाला बस मुस्कराए, स्वागत करे, और हर फरमाइश पूरी कर दे। लेकिन सच्चाई इससे कहीं ज्यादा रंगीन और कभी-कभी थोड़ी कड़वी भी होती है!