तीसरे पक्ष की बुकिंग का चक्कर: होटलवालों की नींद हराम करने वाली कहानी
होटल की फ्रंट डेस्क पर काम करना वैसे तो कई बार शांति से बीत जाता है, लेकिन जैसे ही ‘तीसरे पक्ष’ यानी थर्ड पार्टी बुकिंग का मामला सामने आता है, तो सब कुछ तितर-बितर हो जाता है। अगर आपने कभी ऑनलाइन बुकिंग वेबसाइट से होटल बुक किया है, तो यह कहानी आपको हंसी भी दिलाएगी और सोचने पर भी मजबूर कर देगी कि सीधा होटल से बुक करना ही क्यों बेहतर है।
कहानी एक ऐसे शांत शाम की है, जब सबकुछ बढ़िया चल रहा था। तभी अचानक एक तीसरी पार्टी से बुकिंग आती है — और उसके बाद जो हुआ, वह किसी बॉलीवुड मसालेदार फिल्म से कम नहीं था।