होटल की वो रात: जब सेंट पैट्रिक्स डे ने ऑडिटर की कमर तोड़ दी
होटल में काम करने का अपना ही मजा है — कभी मेहमानों की मुस्कान से दिन बन जाता है तो कभी उनकी हरकतों से रातें उजड़ जाती हैं। लेकिन अगर आप सोचते हैं कि होटल में नाइट ड्यूटी कुछ आसान और सुकून भरी होती है, तो जनाब, आज की कहानी पढ़ने के बाद आपका भ्रम टूट जाएगा!
आज आपको सुनाते हैं एक ऐसे नाइट ऑडिटर की आपबीती, जो सेंट पैट्रिक्स डे की रात होटल के मोर्चे पर अकेला खड़ा था—सामने थे नशे में धुत्त मेहमान, बेपरवाह सुरक्षा गार्ड और ऊपर से लापरवाह मैनेजमेंट। सच कहें तो, ऐसी रातें तो हमारे यहां सिर्फ टीवी के सस्पेंस सीरियल में ही देखने को मिलती हैं!