होटल में एक कमरा, सात मेहमान – छुट्टियों की रात का बवाल!
होटल की रिसेप्शन डेस्क पर काम करना वैसे ही आसान नहीं होता, ऊपर से अगर छुट्टियों की भीड़ और रात के 11 बज रहे हों, तो सोचिए क्या हाल होता होगा! आज की कहानी भी ऐसी ही एक झमेले से भरी है, जिसमें एक परिवार अपने पूरे खानदान को एक ही कमरे में फिट करने की जुगाड़ में लग गया। अब हमारे देसी पाठक सोचेंगे – “अरे, हमारे यहाँ तो बरात में एक कमरे में दस लोग सो जाते हैं!” लेकिन जनाब, विदेशों में नियम-कायदे कुछ अलग हैं।